हल्दी के उपयोग से पहले जरुर पड़े ...
1. गर्भावस्था में या फिर शिशु होने के बाद हल्दी का प्रयोग महिलाओं के लिए हानिक साबित हो सकता है।
हल्दी मासिक धर्म में रुकावट, गर्भाशय को उत्तेजित या सक्रिय करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
हल्दी का प्रयोग टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को कम करने में भी सहायक है।
2. यदि आपको पित्ताशय में पथरी है तो हल्दी उपयोग करना अतिरिक्त दर्द भी पैदा कर सकता है।
इसलिए पित्ताशय में पथरी होने पर हल्दी
का इस्तेमाल भोजन में कम ही करे और दर्द से दूर रहे । किडनी में पथरी होने पर भी हल्दी का प्रयोग इसे बढ़ाने में मदद करता है।
3. पुरुषों में हल्दी का अधिक प्रयोग शुक्राणुओं में कमी लाने का कार्य करता है।
ऐसे में आप यदि परिवार की योजना बना रहे हैं, तो हल्दी का ज्यादा प्रयोग न करे ।
4. हल्दी का प्रयोग शर्करा के स्तर को कम करने का कार्य करता है। जिससे रोगी रक्त में शर्करा के कम होते स्तर को महसूस करता है
* इसका मतलब है कि डायबिटीज के रोगीयो
को हल्दी का प्रयोग करने की
इजाजत जरूर है, लेकिन सीमित मात्रा में ,
5. यदि आप किसी प्रकार की सर्जरी से
गुजरते हैं तो आप को हल्दी का प्रयोग बिल्कुल बंद कर देना चाहिए।
इसका प्रमुख कारण यह है कि हल्दी रक्त का थक्का जमने से रोकती है, और इस वजह से सर्जरी के दौरान या बाद में
अतिरिक्त खून भी बह सकता है।
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