जायफल ( Nutmeg ) वजन घटाने , कोलेस्ट्रॉल कम करने , अनिद्रा , जैसे कोई बीमारियों से निजाद दिलाये ,,,,जरूर पड़े
जायफल ( Nutmeg ) एक तरह का मसाला है, जो जायफल के पेड़ से मिलता है। जायफल के पेड़ से दो तरह के मसाले मिलते हैं, जायफल और जावित्री। जायफल के पेड़ को वैज्ञानिक रूप से मिरिस्टिका फ्रेग्रेंस ( Myristica fragrance ) के नाम से जाना जाता है। इसके बीज को जायफल कहा जाता है। जायफल खाने के स्वाद को तो बढ़ता ही है, लेकिन इसमें मौजूद औषधीय गुणों के कारण यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है।
जायफल ( Nutmeg ) में प्रमुख विटामिन ओर खनिज पदार्थ,,
जैसा कि आपको पता है जायफल एक मसाला है। लेकिन जायफल के फायदे मसालों से बढ़कर आवश्यक तेलों से संबंधित विटामिन, खनिज पदार्थ और जैविक यौगिकों के कारण आपकी बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। जायफल में उपस्थित फायदेमंद घटकों में फाइबर, मैंगनीज, थायमिन, विटामिन बी 6,फोलेट, मैग्नीशियम, कॉपर और मैक्लिग्नान आदि होते हैं जो आपके संपूर्ण स्वास्थ्य और कई प्रकार की बीमारियों को दूर करने में मदद करते हैं।
वजन घटाने, कोलेस्ट्रॉल कम करने , गठिया के दर्द बच्चों को तेज दिमाग मे भी फयदेमंद है ।
" जायफल, जानें इसके कुछ महत्वपूर्ण फायदे ''
1.बच्चों के तेज दिमाग के लिए जायफल के फायदे ( Nutmeg For the children's sharp mind ) ,,
आप अपने बच्चों के दिमाग को तेज और स्वस्थ्य रखने के लिए जायफल का उपयोग कर सकते हैं। प्राचीन समय में रोमन और यूनानी सभ्यताओं ने मस्तिष्क टॉनिक के रूप में जायफल का उपयोग किया। यह मस्तिष्क में नसों को उत्तेजित करके आपके याद रखने की क्षमता में सुधार करता है। जायफल में मैरिस्टिकिन (myristicin) नामक यौगिक होता है जो एकाग्रता (concentration) और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को बढ़ाता है। इसके अलावा यह उन एंजाइम को रोकता है जो अल्जाइमर जैसे मानसिक रोगों को बढ़ाने का कारण होता है।
अपने और अपने बच्चों के मस्तिष्क को स्वास्थ्य बनाने के लिए आप एक गिलास गर्म पानी में एक चुटकी जायफल पाउडर मिलाएं और सोने से पहले इसे रोजाना पिएं। यह आपके बच्चों के दिमाग को तेज बनाने में मदद करेगा।
2.जायफल से वजन कम करे ( Lose weight with nutmeg ) ,,
आजकल मोटापे की समस्या से लगभग हर तीसरा व्यक्ति परेशान है। खानपान में हो रहे बदलाव के अलावा और भी कई कारणो से मोटापे की समस्या बढ़ रही है। ऐसे में वजन को कम करने के लिए लोग तरह-तरह के प्रयास करते हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि आपकी रसोई में कुछ ऐसे मसाले भी हैं, जो वजन को कम करने में फायदेमंद हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं जायफल की। इसके सेवन से वजन को कम करने में मदद मिल सकती है। जायफल में मौजूद गुण शरीर में सिर्फ उन एजेंट का विकास करते हैं, जो मोटापे को कम कर सकते हैं।3. जायफल डायबिटीज के लिए ( nutmeg For diabetes ) ,,
डायबिटीज ऐसी समस्या है, जिसकी चपेट में केवल वयस्क ही नहीं बल्कि बच्चे भी आ रहें हैं। डायबिटीज में समय रहते ध्यान देना बेहद जरूरी है। ऐसे में जायफल का सेवन डायबिटीज के लिए बेहद फायदेमंद है। जायफल में मौजूद ट्राइटेरपेन में एंटी डायबिटीज गुण मौजूद होते हैं। जायफल न केवल मोटापे को कम करने में फायदेमंद है, बल्कि टाइप-2 डायबिटीज में भी मददगार है। इसके अलावा यह मेटाबॉल्जिम मे भी फायदेमंद है।
4. जायफल पाचन के लिए ( Nutmeg for digestion ),,
बाहरी खानपान के ज्यादा सेवन और खानपान में गड़बड़ी की वजह से कई बार आपको पाचन से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इस समस्या से निजात पाने के लिए जायफल एक बेहतरीन विकल्प है। जायफल के सेवन से अतिसार यानि दस्त व एसिडिटी को ठीक करने में मदद मिलती है। इससे पाचन प्रक्रिया को सुचारू करने में मदद मिलती है।
पाचन समस्या ( Digestive problems) से पीड़ित होने पर आपको बस इतना करना है कि आप जो भी सूप या पेय पदार्थों का सेवन करते हैं उसमें एक चुटकी जायफल चूर्ण मिलाएं और इसका सेवन करें। यह आपके पाचन संबंधी सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद करेगा।
5. जायफल से गठिया के दर्द में राहत ( Arthritis Pain Relief From Nutmeg ) ,,
जायफल गठिया रोग में दर्द से राहत पाने में भी मदद करता है। गठिया रोग अधिकतर बढ़ती उम्र में होता है, लेकिन कभी- कभी कम उम्र में भी गठिया हो सकता है। ऐसे में यदि गठिया रोग में जायफल का सेवन या उसका तेल लगाया जाए, तो गठिया के सूजन और दर्द में राहत मिलती है। जायफल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गठिया से राहत दिलाने में मददगार है। इसके अलावा जायफल का सेवन मांशपेशियों होने वाले दर्द व ऐंठन और जोड़ों के दर्द के लिए भी किया जाता है। जायफल के तेल का इस्तेमाल आप मांसपेशियों या जोड़ों के दर्द के लिए उपयोग कर सकते हैं।
6. कोलेस्ट्रॉल के लिए जायफल ( Nutmeg for cholesterol ),,
शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने के कारण कई समस्याएं होती हैं। ऐसे में कोलेस्ट्रॉले के लेवल को नियंत्रित रखना बेहद जरूरी है। कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने के लिए जायफल का सेवन फायदेमंद है। इसमें मौजूद एथेनॉलिक एक्सट्रेक्स से कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम किया जा सकता है। लेकिन इसके सेवन के बारे में एक बार डॉक्टर की सलाह भी जरूर ले लें।
7. जायफल दांतों व आंखों के लिए ( Nutmeg for teeth and eyes ) ,,
दांतों में होने वाली कैविटी और दांतों में दर्द के लिए जायफल बेहद फायदेमंद हो सकता है। जायफल एंटी बैक्टीरियल गुणो से भरपूर है और यह दांतों के लिए लाभकारी है। ऐसे में खराब दांतों और कैविटी होने पर आप जायफल युक्त टूथपेस्ट या फिर पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह दांतों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा शाबित होगा। इसके अलावा जायफल का सेवन आंखों के लिए भी अच्छा है। यह प्रोस्टाग्लैंडीन नामक हार्मोन के उत्पादन में रोक लगाकर, आंखों की समस्या को दूर करने में मदद करता है।
8. जायफल और दूध अनिद्रा को दूर करे ( Jaifal and milk for Insomnia ),,
यदि आप रात मे भरपूर नींद नहीं ले पा रहे हैं या आपको सोने में कठिनाई हो रही है तो आप जायफल का उपयोग करें। यह आपको अच्छी नींद लेने में मदद करेगा। जायफल के शामक और शांत (sedative and calming) गुण प्राकृतिक नींद लाने में मदद करते हैं। जायफल में मैग्नीशियम भी भरपूर मात्रा में होता है जो तंत्रिका तनाव (nerve tension) को कम करने में मदद करता है।
- सोने के लिए बिस्तर पर जाने से पहले प्रतिदिन एक चम्मच जायफल पाउडर को गर्म दूध के साथ मिलाकर सेवन करें।
- जायफल के विकल्प के रूप में आप सोने से पहले 2 चम्मच जैतून तेल में दो बूंद जायफल के तेल मिलाकर अपने माथे की मालिश करें। यह आपकी अच्छी नींद के लिए लाभकारी होता है।
सामान्य रूप से कम मात्रा में जायफल के सेवन से किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होता है। यदि इसे अधिक मात्रा में लिया जाता है तो इसके कुछ गंभीर नुकसान हो सकते हैं जो इस प्रकार हैं :-
- जायफल को अधिक मात्रा (लगभग 30 ग्राम) में सेवन करने पर यह आपके लिए जहरीला हो सकता है, जो आपके लिए दोहरी द्रष्टि (double vision) और आवेग पैदा कर सकते हैं। लेकिन यदि इनका कम मात्रा में उपयोग किया जाए तो यह पूरी तरह से सुरक्षित होता है।
- अधिक मात्रा में जायफल का सेवन करने पर कुछ लोगो में प्यास, चक्कर आना, मतली, उल्टी, छाती और पेट दर्द, मुंह का सूखना जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं।
- ज्यादा गंभीर (More serious) नुकसानों में क्रोन रोग, दिल के दौरे आदि शामिल हैं।
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को जायफल का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं में यह गर्भापात या जन्म दोष (miscarriages or birth defects) का कारण बन सकता है।
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