क्या आप अंजीर के बारे में जानते है , जाने अंजीर के चमत्कारी गुण , जो आपकी सेहत के लिए है जरूरी (Do you know about figs, the miraculous properties of the fig fig that is important for your health) :-
कुछ फल ऐसे होते हैं, जो फल के रूप में तो स्वादिष्ट लगते ही हैं, लेकिन सूखने के बाद सेहत के लिए और गुणकारी साबित होते हैं। अंजीर (figs) भी उन्ही फलों में से एक है। इसे फल और ड्राईफ्रूट दोनों प्रकार से खाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि पृथ्वी पर पाए जाने वाले सबसे पुराने फलों में से एक अंजीर है । आईये पड़ते है अंजीर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी -
अंजीर (fig) एक वृक्ष का फल है वैज्ञानिक नाम:- फिकस कारिका (Ficus carica) जो पक जाने पर गिर जाता है। पके फल को लोग खाते हैं। सुखाया फल बिकता है। सूखे फल को टुकड़े-टुकड़े करके या पीसकर दूध और चीनी के साथ खाते हैं। इसका स्वादिष्ट जैम भी बनाया जाता है। सूखे फल में चीनी की मात्रा लगभग 62 प्रतिशत तथा ताजे पके फल में 22 प्रतिशत होती है।
अंजीर कई प्रकार का होता है, परंतु मुख्य प्रकार चार हैं(Figs are of different types, but the main types are four):-
- कैप्री फिग (Capri Fig), जो सबसे प्राचीन है और जिससे अन्य अंजीरों की उत्पत्ति हुई है,
- स्माइर्ना(smairna)
- सफेद सैनपेद्रू (White Sanpadru)
- साधारण अंजीर(Simple fig)
अंजीर की किस्में (Varieties of fig):-
भारत में मार्सेलीज़, ब्लैक इस्चिया, पूना, बँगलोर तथा ब्राउन टर्की नाम की किस्में प्रसिद्ध हैं।
अंजीर में तत्व (Elements in fig):-
एक अंजीर में लगभग 30 कैलरी होती हैं। एक सूखे अंजीर में कैलरी 49, कैल्शियम: 35 mg
पोटैशियम 242 mg ,आयरन 370 mcg
अंजीर कैलशियम, रेशों व विटामिन ए, बी, सी से युक्त होता है। प्रोटीन 0.579 ग्राम, कार्ब 12.42 ग्राम, फाइबर 2.32 ग्राम, कुल फैट 0.222 ग्राम, सैचुरेटेड फैट 0.0445 ग्राम, पॉलीअनसैचुरेटेड फैट 0.106, मोनोसैचुरेटेड फैट 0.049 ग्राम, सोडियम 2 मिग्रा , सूखे अंजीर में फेनोल, ओमेगा-3, ओमेगा-6 होता है। इसमें 62 प्रतिशत चीनी होने के कारण यह विश्व का सबसे मीठा फल है
अंजीर खाने के फायदे (Benefits of eating figs):-
हजम शक्ति को बढ़ाता है (Hajam enhances power) ,
अंजीर में फाइबर उच्च मात्रा में होता है, जैसे- अंजीर में तीन टुकड़ों में 5 ग्राम फाइबर होता है, जो रोज के 20% ज़रूरत को पूरा करने में समर्थ होता है। इसके नियमित सेवन से कब्ज़ की बीमारी और पेट संबंधी समस्या से राहत मिलती है।
वज़न घटाने में सहायता करता है (Helps reduce weight),
अंजीर में फाइबर उच्च मात्रा में होने के साथ-साथ कैलोरी कम होता है। अंजीर के एक टुकड़े में 47 कैलोरी होता है और फैट 0.2 ग्राम होता है। इसलिए वज़न घटाने वालों के लिए यह एक आदर्श स्नैक्स बन सकता है।
उच्च रक्तचाप से बचाता है (Protects against hypertension),
अगर आप आहार में नमक ज़्यादा लेते हैं तो वह शरीर में सोडियम के स्तर को बढ़ाने में सहायता करता है। इससे शरीर में सोडियम-पोटाशियम के स्तर का संतुलन बिगड़ जाता है जिसके कारण उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है। अंजीर इस संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है क्योंकि एक सूखे अंजीर में 129 मिलीग्राम पोटाशियम और 2 मिलीग्राम सोडियम होता है।
दिल को स्वस्थ रखता है (Keeps the heart healthy),
इसमें उच्च मात्रा में एन्टीऑक्सडेंट गुण होने के कारण यह शरीर से फ्री-रैडिकल्स को दूर करने में मदद करता है जिससे रक्त कोशिाकाएं स्वस्थ रह पाती है और दिल की बीमारी का खतरा कुछ हद तक कम हो जाता है।
कैंसर से रक्षा करता है (Protects against cancer),
एन्टीऑक्सिडेंट गुण से भरपूर अंजीर फ्री-रैडिकल्स के क्षति से डी.एन.ए. की रक्षा करता है जिससे कैंसर होने की संभावना कुछ हद तक कम हो जाती है।
हड्डियों को शक्ति प्रदान करता है (Gives strength to the bones),
एक सूखे अंजीर में 3% कैल्सियम होता है जो शरीर के लिए कैल्सियम के ज़रूरत को पूरा करने में सहायता करता है। दूसरे कैल्सियम युक्त खाद्द पदार्थों के साथ यह मिलकर हड्डियों को शक्ति प्रदान करता है।
अंजीर कई बीमारियों को दूर करता है (Figs use many diseases away):-
- सूखे अंजीर को उबालकर अच्छी तरह पीसकर यदि गले की सूजन या गांठ पर बांधा जाए तो शीघ्र ही लाभ होता है।
- साधारण कब्ज की अवस्था में गरम दूध में सूखे अंजीर उबालकर सेवन करने से प्रातःकाल दस्त साफ आता है।
- ताजे अंजीर खाकर ऊपर से दूध पीना अत्यंत शक्तिवर्धक एवं वीर्यवर्धक होता है।
- खून की खराबी में सूखे अंजीर को दूध एवं मिश्री के साथ लगातार एक सप्ताह सेवन करने से खून के विकार नष्ट हो जाते हैं।
- मधुमेह रोग में अन्य फलों की तुलना में अंजीर का सेवन विशेष लाभकारी होता है।
- किसी प्रकार का बाह्य पदार्थ यदि पेट में चला जाए तो उसे निकालने के लिए अंजीर को अधिक मात्रा में सेवन करना उपयोगी होता है।
- दमे (अस्थमा) की बीमारी में प्रातःकाल सूखे अंजीर का सेवन लाभकारी होता है।
- क्षय रोग (टी.बी.) में कफ की उत्पत्ति रोकने के लिए ताजे अंजीर खाना फायदेमंद है।
- श्वेत प्रदर में भी इसका उपयोग गुणकारी है।
- किसी भी प्रकार के बुखार में खासकर पेट की खराबी से होने वाले बुखार में अंजीर का सेवन हितकर होता है।
अंजीर के नुकसान (Side Effects of Figs) :-
यह तो सभी जानते हैं कि अंजीर की तासीर गर्म होती है। इसलिए, तय मात्रा से ज्यादा अंजीर खाने से नुकसान भी हो सकता है, जो इस प्रकार है -
- प्रतिदिन दो-तीन सूखी अंजीर खाना पर्याप्त है। इसे रातभर पानी में भिगोकर अगली सुबह खाना चाहिए। अगर अंजीर को बिना भिगोए या जरूर से ज्यादा खाया जाता है, तो शरीर में गर्मी हो सकती है और नाक से खून आ सकता है।
- अंजीर में फाइबर ज्यादा होता है, इसलिए अधिक खाने से दस्त की समस्या हो सकती है।
- अधिक अंजीर खाने से आंतों व पेट में दर्द हो सकता है।
- अंजीर एक प्रकार से प्राकृतिक शुगर का काम करती है। अगर इसे ज्यादा खाया जाए, तो दांत सड़ सकते हैं। डायबिटीज के मरीजों को भी इसे खाने से पहले एक बार डॉक्टर से पूछ लेना चाहिए।
- किसी-किसी को अंजीर खाने से एलर्जी भी हो सकती है, इसलिए यह खाने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से पूछ लें
- अधिक अंजीर खाने से वजन घटने की जगह बढ़ सकता है।
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