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    क्या आप दाद , खाज , एक्जिमा से परेशान तो ये ब्लॉग आप के लिए है , जरुर पड़े


    स्किन रोग 'एक्जिमा ओर दाद से पीड़ित है, तो जानिए इनके बारे मे और निजात पाने के  घरेलू उपाय

    दाद (Ringworm) क्या है ? ओर यह रोग कैसे फैलता है ?

    दाद (Ringworm) या टीनिअ कोरापिसिस एक आम संक्रमण फफूंद है । दाद (Ringworm) जो स्तेर्मोफैट्स से उत्पन होते है जो सूक्ष्म जीव है जो त्वचा की भारी परत पर रहते है । यह गोलाकार या अंगूठी के आकर के दाने शरीर की भारी त्वचा पर होते है ।
    यह किसी भी समय किसी को भी प्रभावित कर सकता है ,यह कोई अनुमान नही लगा सकता की यह किस समय जीवन में कब किसी को भी प्रभावित कर दे इसका प्रभाव गर्म और आर्द्र ज्यादा रहता है । तो कभी यह पालतू जानवरों पर सक्रिय कवक संक्रमण के साथ सीदे सम्पर्क में आने से होता है कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण भी इस रोग के प्रभाव की सम्भावना बनी रहती है। क्योंकी यह कवक प्रजाति से होता है ।
    दाद एक फंगल संक्रमण है । दाद रोग (Ringworm Disease) जो शरीर में कहि भी हो सकता है या फिर यह ज्यदतार गर्दन, सर, पैर, हाथ, पैर या आंतरिक हिस्सों में इसकी सम्भावना ज्यादा रहती है । यह किसी कीड़े से नही होता यह एक प्रकार का कवक संक्रमण है तो इसका इलाज भी सम्भव है। यह लाल अंगूठी के आकर में शरीर को प्रभावित करता है । यह तेजी से फैलता है और उसके आसपास दो या तीन दिन में अन्य इसी प्रकार की फुंसियाँ उभार लेने लगती है ।

    वैसे तो दाद  के इलाज का दावा , हर चिकित्सा पद्दति करती है , पद्दति
    सबसे प्राचीन पद्दति आयुर्वेद इसे पूरी तरह छुटकारा दिलाने में सक्षम हो सकती है। लेकिन यह आप पर निर्भर करता है की आप उसके इलाज को अपने उपर किस तरह से लागु करते है। आयुर्वेद की इलाज प्रक्रिया लम्बी हो सकती है लेकिन पूर्ण रूप से इस रोग से छुटकारा पाने के लिए आप को इसको अच्छे से प्रयोग करना ही होगा , तो आइए जानते है वे कौन से दाद का आयुर्वेदिक उत्पाद है, जिनसे इस खुजली या दाद रोग से प्रभावित जीव कैसे छुटकारा पा सकता है।

    दाद का आयुर्वेदिक इलाज (Ayurvedic Treatment of Ringworm Disease)
    यहां कुछ आयुर्वेदिक जड़ी बूटी का वर्णन है जो दाद का आयुर्वेदिक खुजली से छुटकारा दिलाने में समर्थ है।

    1. नीम पत्तियां - नीम की पत्तियों को पिस कर उसका पेस्ट बना ले और उसको शरीर के प्रभावित हिस्सों पर लगाए या पत्तियों को पानी में उबाल कर उससे नियमित रूप से स्नान करने से भी इस कवक संकर्मण से छुटकारा मिल सकता है।

    2. रुबिया कोर्दिफोलिया (मंजिष्ठा)- भारी त्वचा परत पर इस रोग की तेज गतिविधियों को रोकने के लिए मंजिष्ठा एक अविश्वनीय जड़ी बूटी है, यह त्वचा के घावों और मृत त्वचा को हटा कर कोमल बनती है । और संक्रमण के विकारों से भी यह बूटी छुटकारा दिलाती है ।

    3. निम्बू- निम्बू को सुखाकर उसको पिस ले और नारियल तेल और तिल तेल को मिक्स कर के पेस्ट बना ले और प्रभावित जगह पर लगाए , इसका उपयोग 1 या दो सप्ताह तक करने से दाद का आयुर्वेदिक (Ringworm Disease) से छुटकारा मिल सकता है।

    4. एलो बाराबादेंसिस- यह बूटी लाल और ठोस बने वाली त्वचा के पुनर्निर्माण में सक्षम है। और त्वचा को विचलित होने से रोकने, खुजली व जलन को भी रोकती है ।

    5. ब्युटा बीज- ब्युटा बीज के पाउडर को निम्बू रस के साथ मिश्रित कर के दाद जो अंगूठी के प्रकार का है उसपे लगाने से चमत्कारी परिणाम मिलते है । यह दाद और अन्य त्वचा सम्बंधी विमारियों से छुटकारा दिलाने में सक्षम ओषधि है ।

    6. गाजर रस- गाजर के साथ पालक का रस मिश्रित कर के पिए , क्योंकी गाजर में वो विटामिन उपलब्ध है जो त्वचा को स्वस्थ रखते है। और त्वचा के सभी रोगों का निवारण करते है।

    7. धनियाँ- सक्रमित त्वचा पर धनियाँ रस या लेप लगाने से शीतलता मिलती है ।

    8. कोल्लोइदल सिल्वर- इस का उपयोग संक्रमित सूक्ष्म जीवों को नष्ट करने के लिए किया जाता है। ताकि दाद का दायरा अधिक फैलाव ना ले ।

    9. तुलसी- तुलसी का पेस्ट दाद व अन्य त्वचा सम्बंधी परजीवी बीमारियों से छुटकारा दिलाने में समर्ध है|

    10. हीस्सोप- इसको प्रभावित हिस्सों पर लगाए इसको एंटीफंगल दवा माना जाता है

     एक्जिमा (Eczema) क्या है ? और कैसे फैलता है ?


    अगर आपकी त्वचा खूबसूरत है इसका सीधा मतलब है कि आपका खानपान बढ़िया है। इसके विपरीत अगर त्वचा में खामियां हैं तो आपके खानपान में सुधार की ज़रूरत है। खूबसूरत त्वचा आपके शरीर के आंतरिक अंगों के सही तरीके से काम करने का ऊपरी असर है जो साफ नज़र आता है। खासतौर से जब लिवर और आपका पाचनतंत्र स्वस्थ है तो आपकी त्वचा भी स्वस्थ है। त्वचा संबंधी रोग जैसे एक्ज़िमा , सोरायसिस या स्किन की सामान्य समस्याएं जैसे तैलीय त्वचा या अत्यधिक सूखी त्वचा का मतलब है आपका लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा।

    एक्जिमा स्किन से संबंधित रोग है, इससे ग्रस्त व्यक्ति को त्वचा पर रैशेज आना, लगातार खुजली और जलन होने की परेशानी होती है। कई बार तो त्वचा पर गंभीर घाव भी हो जाते हैं।

    एक्जिमा (Eczema)की तकलीफ से राहत पाने के 3 घरेलू उपचार -

    1. एलोवेरा (Aloe vera),

    एलोवेरा त्वचा को ताजगी देने का सबसे बढ़िया इलाज है। एक्जिमा के कारण हो रहे त्वचा के सूखेपन को नियंत्रित करने में अद्भुत काम करता है। विटामिन ई के तेल के साथ एलोवेरा मिलाकर लगाने से खुजली को कम करने में मदद मिलेगी। यह त्वचा को पोषण और एक ही समय में सूजन को कम करने में सहायता करेगा। इसके लिए आप एलोवेरा की पत्तियों से जेल निकाल लीजिए और उसमें कैप्सूल से विटामिन ई के तेल को निकाल कर अच्छी तरह से मिला लीजिए। फिर इसे एक्जिमा प्रभावित जगह पर लगाएं और ठंडक के साथ फायदे आप स्वयं महसूस करें।

    2. नीम तेल (Neem oil) ,

    नीम और नींबौरियों के तेल में दो मुख्य एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड होते हैं। नीम का तेल त्वचा को मॉइश्चराइज करता है, किसी भी दर्द को कम करता है, और संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। इसके लिए आप एक चौथाई जैतून का तेल लीजिए और उसमें 10 से 12 नीम तेल बूंदें मिलाएं और प्रभावित जगह पर लगाएं। त्वचा पर सेंसेशन होगा लेकिन यह फायदा करेगा।

    3. शहद और दालचीनी (Honey and cinnamon),

    इसके लिए आप 2 चम्मच शहद तथा 2 चम्मच दालचीनी पाउडर लीजिए और इसे अच्छी तरह मिलाकर उसका पेस्ट बना लीजिए। एक्जिमा प्रभावित जगह को धो लीजिए फिर इस पेस्ट को लगाएं। सूखने के बाद पानी से धो लीजिए। शहद त्वचा की जलन को शांत करता है, सूजन को कम करता है, और उपचार प्रक्रिया को तेज करता है। दालचीनी भी एंटीमाइक्रोबायल एजेंट है। यह एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी हैं।

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