अमरूद के ऐसे फयदे जो आपके शरीर के लिए है बहुत लाभदायक ,, पड़े.....
इस अति व्यस्त लाइफ में खुद की सेहत का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। ऐसे में ताजा सब्जियों के साथ-साथ अपने आहार में ताजे फलों को भी शामिल करें। जब बात आती है फलों की, तो सेब, अनार, आम व अंगूर की बात हर कोई करता है, लेकिन अमरूद जैसे गुणकारी फल का जिक्र कम ही होता है। यह भारत में आसानी से पाया जाने वाला सामान्य फल है। अमरूद के गुण अनेक हैं और शायद कई लोग अमरूद को सिर्फ इसलिए खाते हैं, क्योंकि यह स्वादिष्ट है, लेकिन इसके फायदों से अनजान हैं।
आज हम न सिर्फ अमरूद के औषधीय गुण बताएंगे, बल्कि अमरूद के फायदे भी बताएंगे। सिर्फ अमरूद ही नहीं, बल्कि अमरूद के पत्ते भी बहुत लाभकारी हैं। इससे पहले कि आप अमरूद के फायदे और अमरूद के औषधीय गुण जानें, आपको अमरूद से जुड़ी कुछ जानकारियों के बारे में पता होना जरूरी है।
अमरूद के बारे में जानें कुछ और बातें
अमरूद का वैज्ञानिक नाम :-सिडियम गुआवा (Psidium guajava) है। कई लोगों का मानना है कि एक अमरूद को कभी बांटना नहीं चाहिए। अगर कोई व्यक्ति एक अमरूद खा रहा है, तो उसे पूरा खाना दें। ऐसा माना जाता है कि पूरे अमरूद में एक बीज ऐसा होता है, जो इम्युनिटी सिस्टम को बेहतर करता है और सर्दी -जुकाम से बचाता है। हालांकि, अमरूद से इम्युनिटी सिस्टम बेहतर होने की बात तो ठीक है, लेकिन बीज वाली बात का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। अमरूद में विटामिन सी छिलके में और उसके ठीक नीचे होता है तथा भीतरी भाग में यह मात्रा घटती जाती है। फल के पकने के साथ-साथ यह मात्रा बढ़ती जाती है। अमरूद में प्रमुख सिट्रिक अम्ल है इसके छह से बारह प्रतिशत भाग में बीज होते है।
अमरूद के प्रकार (Guava type) :-
अमरूद कई तरह के होते हैं, जैसे – अमरूद सेब (apple guava), इलाहाबादी सफेदा अमरूद, लाल गूदेवाला, चित्तीदार आदि। सिर्फ किस्में ही नहीं, बल्कि अमरूद के अलग-अलग भाषा में नाम भी अलग-अलग हैं, जैसे – अंग्रेजी में गुआवा (guava), बंगाली में पेयारा व मराठी में पेरू आदि। अब वक्त है अमरूद के फायदे जानने का।
अमरूद के फायदे – (Benefits of Guava) :-
अमरूद के औषधीय गुण कई हैं, जैसे – पेट को ठीक रखता है, सर्दी-जुकाम के लिए, सिरदर्द, दांत दर्द और ऐसे कई अन्य गुण मौजूद हैं। इसमें विटामिन, प्रोटीन, आयरन, फोलेट व कैल्शियम जैसे कई पोषक तत्व मौजूद हैं।
अमरूद में मौजूद पौष्टिक तत्व (Nutritious elements present in guava) :-
कैलोरी की जानकारी
एमाउंट्स पर सेलेक्टेड सर्विंग %डीवी (DV)
कैलोरीज 112 (469kJ) 6%
कार्बोहाइड्रेट 84.9 (355 kJ)
फैट 13.1 (54.8 kJ)
प्रोटीन 14.1 (59.0 kJ)
एल्कोहल 0.0(0.0 kJ)
कार्बोहाइड्रेट
एमाउंट्स पर सेलेक्टेड सर्विंग %डीवी (DV)
कुल कार्बोहाइड्रेट 23.6 ग्राम 8%
डाइटरी फाइबर 8.9 ग्राम 36%
स्टार्च 0.0 ग्राम
शुगर 14.7 ग्राम
प्रोटीन और अमीनो एसीड्स
एमाउंट्स पर सेलेक्टेड सर्विंग %डीवी (DV)
प्रोटीन 4.2 ग्राम 8%
विटामिन्स
एमाउंट्स पर सेलेक्टेड सर्विंग %डीवी (DV)
विटामिन-ए 1030 आईयू (IU) 21%
विटामिन-सी 377 मिलीग्राम 628%
विटामिन-डी ~ ~
विटामिन-ई (अल्फा टोकोफेरॉल) 1.2 मिलीग्राम 6%
विटामिन-के 4.3 माइक्रोग्राम 5%
थियामिन 0.1 मिलीग्राम 7%
राइबोफ्लेविन 0.1 मिलीग्राम 4%
नियासिन 1.8 मिलीग्राम 9%
विटामिन-बी6 0.2 मिलीग्राम 9%
फोलेट 80.8 माइक्रोग्राम 20%
विटामिन-बी12 0.0 एमसीजी 0%
पैंटोथेनिक एसिड 0.7 मिलीग्राम 7%
कॉलिन 12.5 मिलीग्राम
बेटाइन ~
मिनरल्स
एमाउंट्स पर सेलेक्टेड सर्विंग %डीवी (DV)
कैल्शियम 29.7 मिलीग्राम 3%
आयरन 0.4 मिलीग्राम 2%
मैग्नीशियम 36.3 मिलीग्राम 9%
फास्फोरस 66.0 मिलीग्राम 7%
पोटैशियम 88 मिलीग्राम 20%
सोडियम 3.3 मिलीग्राम 0%
जिंक 0.4 मिलीग्राम 3%
कॉपर 0.4 मिलीग्राम 19%
मैंगनीज 0.2 मिलीग्राम 12%
सेलेनियम 1.0 माइक्रोग्राम 1%
अमरूद के स्वास्थ्य लाभ (Health Benefits of Guava) :-
अमरूद का सेवन करना आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है। अमरूद को जामफल के नाम से जाना जाता है। इसका उपयोग कई रूपों में किया जाता है। अमरूद विटामिन सी से भरपूर होता है जो कि हमारे शरीर के लिए जरूरी विटामिन है।...
अमरूद के फायदे के बारे में हम आपको आगे विस्तार से जानकारी दे रहे है जो निम्नलिखित है !!
मधुमेह से बचाए (Prevent diabetes) :-
ब्लड प्रेशर में फयदेमंद (Beneficial in blood pressure) :-
थायराइड में फायदेमंद (Beneficial in thyroid) :-
सर्दी-जुकाम में फायदेमंद (Beneficial in colds) :-
प्रतिरोधक क्षमता मजबूत (Strong immunity) :-
शरीर के लिए पौष्टिक तत्व जैसे – प्रोटीन, कैल्शियम व मिनरल्स बहुत जरूरी होते हैं और विटामिन भी उन्हीं में से एक हैं। शारीरिक विकास हो, वजन संतुलित रखना हो, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी हो, त्वचा पर निखार लाना हो या बालों को बढ़ाना हो, हर लिहाज से विटामिन का सेवन जरूरी है। हरी सब्जियां, फल, मांस-मछली, ड्राई फ्रूट्स आदि विटामिन के मुख्य स्रोत हैं।
इसी तरह अमरूद भी विटामिन से भरपूर फल है। अमरूद में विटामिन-ए, सी, के, डी, बी6 और बी12 पाया जाता है।
आज हम न सिर्फ अमरूद के औषधीय गुण बताएंगे, बल्कि अमरूद के फायदे भी बताएंगे। सिर्फ अमरूद ही नहीं, बल्कि अमरूद के पत्ते भी बहुत लाभकारी हैं। इससे पहले कि आप अमरूद के फायदे और अमरूद के औषधीय गुण जानें, आपको अमरूद से जुड़ी कुछ जानकारियों के बारे में पता होना जरूरी है।
अमरूद के बारे में जानें कुछ और बातें
अमरूद का वैज्ञानिक नाम :-सिडियम गुआवा (Psidium guajava) है। कई लोगों का मानना है कि एक अमरूद को कभी बांटना नहीं चाहिए। अगर कोई व्यक्ति एक अमरूद खा रहा है, तो उसे पूरा खाना दें। ऐसा माना जाता है कि पूरे अमरूद में एक बीज ऐसा होता है, जो इम्युनिटी सिस्टम को बेहतर करता है और सर्दी -जुकाम से बचाता है। हालांकि, अमरूद से इम्युनिटी सिस्टम बेहतर होने की बात तो ठीक है, लेकिन बीज वाली बात का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। अमरूद में विटामिन सी छिलके में और उसके ठीक नीचे होता है तथा भीतरी भाग में यह मात्रा घटती जाती है। फल के पकने के साथ-साथ यह मात्रा बढ़ती जाती है। अमरूद में प्रमुख सिट्रिक अम्ल है इसके छह से बारह प्रतिशत भाग में बीज होते है।
अमरूद के प्रकार (Guava type) :-
अमरूद कई तरह के होते हैं, जैसे – अमरूद सेब (apple guava), इलाहाबादी सफेदा अमरूद, लाल गूदेवाला, चित्तीदार आदि। सिर्फ किस्में ही नहीं, बल्कि अमरूद के अलग-अलग भाषा में नाम भी अलग-अलग हैं, जैसे – अंग्रेजी में गुआवा (guava), बंगाली में पेयारा व मराठी में पेरू आदि। अब वक्त है अमरूद के फायदे जानने का।
अमरूद के फायदे – (Benefits of Guava) :-
अमरूद के औषधीय गुण कई हैं, जैसे – पेट को ठीक रखता है, सर्दी-जुकाम के लिए, सिरदर्द, दांत दर्द और ऐसे कई अन्य गुण मौजूद हैं। इसमें विटामिन, प्रोटीन, आयरन, फोलेट व कैल्शियम जैसे कई पोषक तत्व मौजूद हैं।
अमरूद में मौजूद पौष्टिक तत्व (Nutritious elements present in guava) :-
कैलोरी की जानकारी
एमाउंट्स पर सेलेक्टेड सर्विंग %डीवी (DV)
कैलोरीज 112 (469kJ) 6%
कार्बोहाइड्रेट 84.9 (355 kJ)
फैट 13.1 (54.8 kJ)
प्रोटीन 14.1 (59.0 kJ)
एल्कोहल 0.0(0.0 kJ)
कार्बोहाइड्रेट
एमाउंट्स पर सेलेक्टेड सर्विंग %डीवी (DV)
कुल कार्बोहाइड्रेट 23.6 ग्राम 8%
डाइटरी फाइबर 8.9 ग्राम 36%
स्टार्च 0.0 ग्राम
शुगर 14.7 ग्राम
प्रोटीन और अमीनो एसीड्स
एमाउंट्स पर सेलेक्टेड सर्विंग %डीवी (DV)
प्रोटीन 4.2 ग्राम 8%
विटामिन्स
एमाउंट्स पर सेलेक्टेड सर्विंग %डीवी (DV)
विटामिन-ए 1030 आईयू (IU) 21%
विटामिन-सी 377 मिलीग्राम 628%
विटामिन-डी ~ ~
विटामिन-ई (अल्फा टोकोफेरॉल) 1.2 मिलीग्राम 6%
विटामिन-के 4.3 माइक्रोग्राम 5%
थियामिन 0.1 मिलीग्राम 7%
राइबोफ्लेविन 0.1 मिलीग्राम 4%
नियासिन 1.8 मिलीग्राम 9%
विटामिन-बी6 0.2 मिलीग्राम 9%
फोलेट 80.8 माइक्रोग्राम 20%
विटामिन-बी12 0.0 एमसीजी 0%
पैंटोथेनिक एसिड 0.7 मिलीग्राम 7%
कॉलिन 12.5 मिलीग्राम
बेटाइन ~
मिनरल्स
एमाउंट्स पर सेलेक्टेड सर्विंग %डीवी (DV)
कैल्शियम 29.7 मिलीग्राम 3%
आयरन 0.4 मिलीग्राम 2%
मैग्नीशियम 36.3 मिलीग्राम 9%
फास्फोरस 66.0 मिलीग्राम 7%
पोटैशियम 88 मिलीग्राम 20%
सोडियम 3.3 मिलीग्राम 0%
जिंक 0.4 मिलीग्राम 3%
कॉपर 0.4 मिलीग्राम 19%
मैंगनीज 0.2 मिलीग्राम 12%
सेलेनियम 1.0 माइक्रोग्राम 1%
अमरूद के स्वास्थ्य लाभ (Health Benefits of Guava) :-
अमरूद का सेवन करना आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है। अमरूद को जामफल के नाम से जाना जाता है। इसका उपयोग कई रूपों में किया जाता है। अमरूद विटामिन सी से भरपूर होता है जो कि हमारे शरीर के लिए जरूरी विटामिन है।...
अमरूद के फायदे के बारे में हम आपको आगे विस्तार से जानकारी दे रहे है जो निम्नलिखित है !!
मधुमेह से बचाए (Prevent diabetes) :-
- आजकल मधुमेह यानी डायबिटीज बहुत सामान्य बीमारी बन चुकी है। बिना छिलके वाला अमरूद ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है। साथ ही अमरूद का एंटी-डायबिटिक और एंटी-हायपरलिपिडेमिक (anti-hyperlipidemic) प्रभाव टाइप-2 डायबिटीज को कम करने में मदद कर सकता है। अमरूद सिर्फ डायबिटीज ही नहीं, बल्कि अन्य कई गंभीर बीमारियों के इलाज में भी काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। अमरूद के पत्ते में मौजूद एंटी-हाइपरग्लिसमिक (Anti-hyperglycemic) और एंटी-हायपरलिपिडेमिक (anti-hyperlipidemic) प्रभाव से भी डायबिटीज में सुधार हो सकता है। भोजन के साथ अमरूद लीफ टी के लगातार सेवन से पूर्व-मधुमेह और मधुमेह के रोगियों को एक एलिमोथेरेपी के रूप में लाभ होने की उम्मीद है। इसलिए, अगर आपको मधुमेह है या आप मधुमेह से बचना चाहते हैं, तो नियमित तौर पर अपने डाइट में अमरूद को शामिल करें।
- डायबिटीज के रोगी के लिए एक पके हुये अमरूद का भरता काफी फायदेमंद साबित होता है। अमरूद के सेवन से खून में सुगर का स्तर कम होता है। इसमें फाइबर अधिक मात्रा में होते हैं जो शुगर पचाने और इन्सुलिन बढ़ाने में मदद करते हैं।
- सामान्य मिलने वाले फल अमरूद में प्रोटीन, विटामिन और फाइबर भरपूर होता है जबकि कोलेस्ट्रॉल ना के बराबर। यह पेट को जल्दी भर देता हैं, जिससे आपको जल्दी भूख नहीं लगती। शुगर की मात्रा कम होने की वजह से यह डायबिटीज के मरीज के लिए लाभदायक है। इसके अलावा यह हरा और मीठा फल सेहत से जुड़ी कई समस्याओं को दूर रखने में सक्षम है।
- अमरूद में मौजूद फाइबर डायबिटीज कंट्रोल करने में भी मददगार है जो बॉडी में शर्करा की मात्रा को संतुलित तरीके से अवशोषित करने का काम करता है। इससे खून में शूगर की मात्रा में जल्दी से बदलाव नहीं होता।
- प्रजनन क्षमता बढ़ाता है :- इसमें फोलेट की अच्छी मात्रा है जिससे महिलाओं में प्रजनन क्षमता बढ़ती है। जो महिलाएं मां बनने की इच्छुक हैं उन्हें हर रोज अमरूद का सेवन करना चाहिए।
- मासिक धर्म के दर्द के लिए :- मासिक धर्म या पीरियड्स हर महिला के लिए वो वक्त होता है, जिसमें उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मूड स्विंग्स, पेट दर्द, ऐंठन, सिरदर्द और ऐसी ही कई अन्य समस्याएं होती हैं, जिन्हें महिलाएं हर माह झेलती हैं। ऐसे में अमरूद का सेवन काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि 197 महिलाएं, जिन्हें डिसमेनोरिया (dysmenorrhea) यानी पीरियड्स के दौरान दर्द की शिकायत थी, उन्हें हर रोज 6 मिलीग्राम अमरूद के अर्क वाली दवा का सेवन कराया गया , जिससे उन्हें फायदा हुआ। वहीं, एक अन्य दक्षिण अफ्रीकी अध्ययन में अमरूद की पत्तियों के अर्क से ऐंठन को दूर करने की पुष्टि की गई है। ध्यान रहे कि दर्द से राहत पाने के लिए सिर्फ अमरूद का सेवन ही नहीं, बल्कि अच्छी डाइट और सही जीवनशैली भी जरूरी है।
- गर्भावस्था में अमरूद के फायदे :- गर्भावस्था में सूप, फलों का रस, फल और कई अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन महिला के लिए जरूरी होता है। ऐसे में अगर गर्भवती महिला फलों में अमरूद का सेवन करेगी, तो यह उनके लिए बहुत लाभदायक होगा। अमरूद फोलेट का अच्छा स्रोत है , जो गर्भावस्था के दौरान काफी जरूरी है। कई अध्ययनों से पता चलता है कि यह पोषक तत्व बच्चे में जन्म दोष को रोकता है , विशेष रूप से बच्चे के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याओं को। साथ ही यह मां और शिशु दोनों की आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, दिल को स्वस्थ रखता है और ऐसी ही कई और चीजों पर ध्यान देता है।
- अमरूद स्तन और प्रोस्टेट कैंसर के उपचार में मददगार साबित हो सकता है। एंटीऑक्सीडेंट लाइकोपीन (lycopene) और विटामिन-सी उन मुक्त कणों से लड़ते हैं, जो कैंसर का कारण बन सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट कैंसर कोशिकाओं के प्रसार को भी रोक सकते हैं । एंटीऑक्सीडेंट के अलावा, अमरूद में फाइबर भी होता है, जो बवासीर और पेट के कैंसर को रोकता है। सिर्फ अमरूद ही नहीं, बल्कि अमरूद की पत्तियां भी मददगार हो सकती हैं। अध्ययनों के अनुसार अमरूद के पत्तों से निकला अर्क भी कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाव कर सकता है
- अमरूद में संतरे के मुकाबले चार गुना अधिक विटामिन सी होता है। विटामिन सी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाते हैं और कैंसर से लड़ने में शरीर की मदद करते हैं।
- अमरूद में एंटीऑक्सीडेंट लाइकोपीन भरपूर मात्रा में होता है जो बॉडी में कैंसर सैल को बढऩे से रोकने का भी काम करता है।
- उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर भी आम बीमारियों में से एक है। लगभग 5.7 करोड़ लोग उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं। डब्ल्यूएचओ (वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन) के अनुसार, उच्च रक्तचाप के कारण दिल का दौरा पड़ने, आंखों की रोशनी कम होने और मौत तक होने की आशंका होती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आप उच्च रक्तचाप में अमरूद को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। अमरूद के मौसम में हर रोज या हर दूसरे दिन अमरूद को अपने डाइट में शामिल करें। अमरूद में पोटैशियम होता है और पोटैशियम की उच्च मात्रा दिल को स्वस्थ रखती है व ब्लड प्रेशर को भी कम करती है। अमरूद में भी पोटैशियम होता है, जो हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकता है।
- अमरूद में मौजूद पोटैशियम शरीर में सोडियम के प्रभाव को कम करता है जिससे ब्लड प्रेशर की समस्या से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा, यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है।
- इसमें मौजूद फाइबर और पोटाशियम ब्लड में कोलेस्ट्राल कंट्रोल करने में मददगार है। अपरूद खाने से दिल की धड़कन और ब्लड प्रैशर नियमित रहता है।
दिल के लिए अमरूद के फायदे (Benefits of guava for heart) :-
(और पढ़े – हार्ट अटेक के आयुर्वेदिक इलाज…)
- अमरूद में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है। फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल, जो दिल की बीमारी का कारण बन सकता है, उसे कम करता है और अन्य कई तरह की दिल की बीमारियों से बचाव कर सकता है। फलों में उच्च पोटैशियम का स्तर भी दिल को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है और ब्लड प्रेशर को संतुलित करता है।
- अमरूद के पत्तों में मौजूद पोलीसेकेराइड (एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट) एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस से लड़ने में मदद करता है। ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस शरीर को काफी क्षति पहुंचा सकता है और दिल भी इसकी चपेट में आ सकता है। इसके अलावा, अगर अमरूद के पत्तों को चाय के रूप में उपयोग किया जाए, तो ये एथेरोस्क्लेरोसिस (atherosclerosis) को भी रोक सकते हैं।
ये भी पड़े :- (पढ़े -- हार्टअटेक क्या है और लक्षण क्या है .....)
- थायराइड कोई बीमारी नहीं है, बल्कि सभी के गले में मौजूद ग्रंथि होती है, जो मेटाबॉलिज्म को सही रखती है और हम जो भी खाना खाते हैं, उसे एनर्जी में बदलती है। साथ ही यह ग्रंथि हार्मोन का भी निर्माण करती है। जब ये हॉर्मोन असंतुलित होते हैं, तो उसे थाइराइड कहते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में 4.2 करोड़ लोग थायराइड से ग्रस्त हैं। थायराइड से बचने के लिए अपनी डाइट में हरी-सब्जियां, फल, जूस और अन्य सेहतमंद खाद्य पदार्थों का सेवन करें। फल की बात करें, तो अमरूद का सेवन थाइराइड में फायदेमंद है, क्योंकि अमरूद में कॉपर होता है और कॉपर थाइराइड में बहुत महत्वपूर्ण होता है। कॉपर की कमी से थायराइड के साथ-साथ कई अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। एक अध्ययन ने थायराइड रोग में पोषक तत्वों के स्तर का मूल्यांकन किया। परिणामों से पता चला है कि कॉपर, मैंगनीज, जिंक और सेलेनियम की कमी थायराइड में आम है। इसलिए, अगर आप थायराइड से बचना चाहते हैं या आपको थायराइड है और आप उसे संतुलित रखना चाहते हैं, तो अमरूद के मौसम में इसका सेवन जरूर करें।
- अमरूद में आयोडीन अच्छी मात्रा में होता है जिससे थायरॉइड की समस्या में आराम होता है। इससे शरीर का हार्मोनल संतुलन बना रहता है।
- मैग्नीशियम शरीर की नसों और मांसपेशियों को आराम देने के लिए जाना जाता है और तनाव को कम कर सकता है। अध्ययन यह भी सुझाव देते हैं कि मैग्नीशियम व्यक्तियों में चिंता को दूर करने में मदद कर सकता है। आप मैग्नेशियम के लिए अमरूद का सेवन कर सकते हैं। यह न सिर्फ शरीर को ठंडा रखेगा, बल्कि तनाव और चिंता के स्तर को भी काफी हद तक कम कर सकता है। इसलिए, अमरूद के मौसम में अपने पूरे दिन के आहार में कम से कम एक बार अमरूद को जरूर शामिल करें।
- अमरूद में विटामिन बी अच्छी मात्रा में पायी जाती है। साथ ही, इसमें नायसिन भी है जो रक्त संचार बढ़ाता है जिससे दिमाग तेजी से काम करता है। इसके अलावा, पायरीडॉक्सीन नामक तत्व दिमाग और नसों के लिए फायदेमंद है।
- मैग्निशियम तनाव के हार्मोंस को कंट्रोल करने का भी काम करता है जो अमरूद में भरपूर मात्रा में होता है। दिन भर की थकावट दूर करना चाहते हैं तो अमरूद खाएं। इससे मानसिक रूप से थकान नहीं होती।
- अमरूद के गुण कई हैं। इसमें मौजूद विटामिन-सी मस्तिष्क के लिए बहुत जरूरी है। विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थ खाने से उम्र के साथ होने वाली मानसिक समस्या और अल्जाइमर की बीमारी से बचा जा सकता है । विटामिन-सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने वाले मुक्त कणों से लड़ने में मदद करता है। उम्र के साथ-साथ यह आपके मस्तिष्क स्वास्थ्य की रक्षा करता है।
- कौन नहीं चाहता कि उसकी त्वचा कोमल, बेदाग और निखरी हुई दिखे, लेकिन आजकल धूल-मिट्टी, प्रदूषण, धूप, तनाव और कई अन्य चीजें त्वचा की प्राकृतिक चमक को छीन लेती हैं। इसी का नतीजा होता है रूखी व बेजान त्वचा। आपकी त्वचा आपके खान-पान का आइना होती है, इसलिए खान-पान में सुधार करें। त्वचा में निखार लाने के लिए अमरूद को अपनी डाइट में शामिल करें। अमरूद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण आपकी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से होने वाले नुकसान और त्वचा पर दिखने वाले बढ़ती उम्र के संकेत जैसे- झुर्रियों व झाइयों को कम कर सकते हैं
- गुलाबी अमरूद में लाइकोपीन टमाटर से दोगुनी मात्रा में होता है जो त्वचा का अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचाव करता है और त्वचा के कैंसर से बचाता है।
- एंटी एजिंग गुणों से भरपूर अमरूद स्किन के डैमेज सैल की मरम्मत कर उसे हैल्दी रखता है, जिससे जल्दी झुर्रियां व झाइयां भी नहीं पड़ती। इसकी पत्तियों को पीसकर पेस्ट बनाए फिर आंखों के नीचे लगाएं। इससे आंखों की सूजन और काले घेरे सही होंगे।
- अमरूद में प्रचुर मात्रा में विटामिन-ए और सी होता है, जिसका असर आपकी त्वचा पर दिखता है। खासकर, विटामिन-सी आपकी त्वचा को स्वस्थ बनाता है।
- अमरूद में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल गुण कील-मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मिटाकर पिंपल को काफी हद तक कम कर सकते हैं ।
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- अमरूद के फायदे की लिस्ट में सर्दी-जुकाम को ठीक करना भी शामिल है। हालांकि, कई लोगों को यह अटपटा लग सकता है कि सर्दी-जुकाम में अमरूद कैसे खा सकते हैं, क्योंकि अमरूद की तासीर ठंडी होती है। फिर भी अगर आप खुद को सर्दी-जुकाम से बचाना चाहते हैं, तो अमरूद खा सकते हैं। आप कच्चे अमरूद को नमक या काले नमक के साथ खा सकते हैं। अमरूद में प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी होता है , और विटामिन-सी सर्दी-जुकाम के जोखिम को कम कर सकता है। साथ ही विटामिन-सी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। इसलिए, अमरूद का सेवन जरूरी है, लेकिन ध्यान रहे कि आप अमरूद खाने के बाद पानी न पिएं !
- सर्दी-जुकाम होने पर भुना हुआ अमरुद नमक व काली मिर्च के साथ खाने से जुकाम की स्थिति से छुटकारा मिलता है। इसमें मौजूद विटामिन सी जुकाम में काफी फायदेमंद साबित होता है।
- अमरूद में फाइबर होता है , जो पेट और पाचन संबंधी समस्याओं को काफी हद तक दूर करने में मदद कर सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार फाइबर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (gastrointestinal tract) पर कई तरह से प्रभाव डाल सकता है। यह कब्ज को दूर करके पेट में हो रहे ऐंठन को भी ठीक करता है। इसलिए, अभी तक अगर आपने अमरूद को अपनी डाइट में शामिल नहीं किया है, तो बिना देर करते हुए इस छोटे-से, लेकिन गुणकारी फल को अपनी डाइट में शामिल करें।
- अमरुद में पाया जाने बाला रेशा या फाइवर मेटाबॉलिज्म को ठीक रखने की सबसे अच्छी दवा है तो जिन लोगों का पेट खराब रहता है वो लोग अमरुद का सेवन अवश्य करें।
- अगर आप अमरूद का सेवन काले नमक के साथ करते हैं तो इससे पाचन संबंधी परेशानी दूर होती है।
- बच्चे के पेट में कीड़े पड़ गए हैं तो उन्हें अमरूद खाने को दें।
- कब्ज की समस्या है तो खाली पेट पका हुआ अमरूद खाएं।
- पित्त की समस्या में भी अमरूद खाना काफी फायदेमंद है।
सही पाचन शक्ति के लिए अमरूद के फायदे (Benefits of guava for perfect digestive power) :-
आंखों के लिए फायदेमंद (Beneficial for the eyes) :-- अमरूद आपके पाचन तंत्र को सुधारने में मदद कर सकता है। अमरूद में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जिस कारण यह दस्त, अपच, गैस व पेट की अन्य परेशानियों में आराम दिलाने में मदद कर सकता है।
- एक सर्वेक्षण के अनुसार, अमरूद में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल (antimicrobial) और एंटी-पास्मोडिक (antispasmodic) गुण दस्त के उपचार में फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
- इस मामले में अमरूद की पत्तियां भी लाभकारी हैं। अमरूद के रोगाणुरोधी गुण आंत के रोगाणुओं से भी लड़ सकते हैं और दस्त को रोकने में मदद कर सकते हैं। ऐसा भी माना जाता है कि अमरूद के पत्ते मिचली और उल्टी की परेशानी में भी राहत दिलाते हैं।
- आजकल छोटी उम्र से ही बच्चों की आंखें कमजोर होने लगती हैं। ज्यादा टीवी देखना, देर तक पढ़ाई करना, कम रोशनी में पढ़ना, बढ़ती उम्र और कई बार पौष्टिक आहार की कमी, इस समस्या का कारण बन जाती है। विटामिन्स, मिनरल्स व कैल्शियम की कमी से मोतियाबिंद और कई अन्य तरह की आंखों की बीमारी हो सकती है। आप अपने आहार में अमरूद को भी शामिल करें। इसमें मौजूद विटामिन-ए आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करेगा। साथ ही इस फल में विटामिन-सी की भरपूर मात्रा भी आंखों की रोशनी को तेज करने में मदद कर सकती है।
- आंखों में रोशनी कम होने पर रोज एक अमरुद का सेवन करें इसमे आंखों के लिए जरूरी विटामिन ए प्रचुर मात्रा में मिलता है।
- विटामिन ए आंखों को स्वस्थ रखने का काम करता है। अमरूद में पाए जाने वाले पोषक तत्व मोतियाबंद बनने की संभावना को कम करते है। इसे खाने से कमजोर आंखों की रोशनी बढऩे लगती है।
- दांत और मसूढों के लिए भी अमरूद बहुत फायदेमंद हैं। मुंह के छाले को दूर करने के लिए अमरूद की पत्तियां चबाने से राहत मिलती है। अमरूद का रस घाव को जल्दी भरने का काम करता है।
- मुंह से दुर्गंध आती हैं तो अमरूद की कोमल पत्तियों को चबाएं।
- अमरूद खाने में टेस्टी होने के साथ-साथ वजन कम करने में भी मददगार है। इसमें कैलोरी बहुत कम और फाइबर ’ज्यादा होता है। एक कम अमरूद में 112 कैलोरी होती है जिससे बहुत समय तक भूख का अहसास नहीं होता और धीरे-धीरे वजन भी कम होना शुरू हो जाता है।
- वजन घटाने के लिए फलों का सेवन जरूर करना चाहिए। जब फल की बात आए, तो अमरूद को न भूलें। बेशक, अभी कोई ठोस प्रमाण नहीं है कि अमरूद वजन घटाने में मदद करता है, लेकिन अनुमान है कि इसमें मौजूद फाइबर कंटेंट की वजह से यह वजन कम कर सकता है। साथ ही यह भी माना जाता है कि इसमें अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में कैलोरी कम है, इसलिए भी यह वजन कम करने में मदद कर सकता है।
- विटामिन सी शरीर में रोगों से लडऩे की क्षमता को मजबूत बनाता है लेकिन आप शायद यह नहीं जानते कि संतरे के मुकाबले अमरूद में चार गुणा ’यादा विटामिन सी होता है। इससे खांसी,जुकाम जैसे छोटी-मोटी इंफैक्शन से बचाव रहता है।
- विटामिन-सी प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर करने और रोग पैदा करने वाले रोगजनकों से लड़ने में मदद कर सकता है। ऐसे में अमरूद का सेवन आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगा, क्योंकि यह विटामिन-सी से भरपूर है। विटामिन-सी आपके शरीर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है और कई तरह की बीमारियों से आपके शरीर की रक्षा करता है। बस ध्यान रहे कि फल पका हुआ हो, क्योंकि पके हुए फल में सबसे ज्यादा विटामिन-सी होता है।
शरीर के लिए पौष्टिक तत्व जैसे – प्रोटीन, कैल्शियम व मिनरल्स बहुत जरूरी होते हैं और विटामिन भी उन्हीं में से एक हैं। शारीरिक विकास हो, वजन संतुलित रखना हो, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी हो, त्वचा पर निखार लाना हो या बालों को बढ़ाना हो, हर लिहाज से विटामिन का सेवन जरूरी है। हरी सब्जियां, फल, मांस-मछली, ड्राई फ्रूट्स आदि विटामिन के मुख्य स्रोत हैं।
इसी तरह अमरूद भी विटामिन से भरपूर फल है। अमरूद में विटामिन-ए, सी, के, डी, बी6 और बी12 पाया जाता है।
- विटामिन-ए आपकी आंखों के लिए, पेट के लिए, त्वचा के लिए व श्वसन तंत्र के लिए जरूरी है।
- विटामिन-सी रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जरूरी होता है।
- विटामिन-के कैंसर से बचाव करता है। साथ ही हड्डियों को स्वस्थ बनाकर उन्हें टूटने से बचाता है और ह्रदय संबंधी बीमारी के खतरे को भी कम करता है।
- विटामिन-डी मांसपेशियों और हड्डियों को स्वस्थ बनाता है। साथ ही कैंसर, दिमाग संबंधित विकार, टाइप-2 डायबिटीज और अन्य कई बीमारियों से बचाव करता है।
- विटामिन-बी 6 दिमागी विकास के लिए जरूरी होता है, खासकर भ्रूण के दिमागी विकास के लिए। इसलिए, गर्भवती महिलाओं को विटामिन-बी6 की काफी जरूरत होती है।
- विटामिन-बी 12 की कमी से तंत्रिका संबंधी परेशानियां, हड्डियों की समस्या, सूजन व अन्य कई परेशानियां हो सकती है।
अमरूद के नुकसान – Side Effects of Guava
हालांकि, अमरूद के कुछ गंभीर साइड इफेक्ट नहीं हैं, लेकिन खाते वक्त थोड़ी सावधानी बरतनी जरूरी है।
- ज्यादा अमरूद खाने से पेट खराब हो सकता है, क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है।
- गर्भवती महिला या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को अमरूद का सेवन सावधानी से करना चाहिए, क्योंकि इसके ज्यादा सेवन से उन्हें पेट संबंधी परेशानियां हो सकती है।
- अगर किसी को कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्या है, जिसमें फाइबर और पोटैशियम का सेवन न के बराबर है, तो ऐसी स्थिति में अमरूद के सेवन से पहले अपने डॉक्टर से सलाह-परामर्श कर लें।
- ज्यादा अमरूद के सेवन से सूजन, पेट फूलना और गैस जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- अगर आपकी पाचन शक्ति कमजोर है, तो ज्यादा अमरूद का सेवन न करें।
- अगर किसी को ठंड या सर्दी-खांसी की ज्यादा परेशानी है, तो ऐसे में अमरूद कम खाएं, क्योंकि अमरूद की तासीर ठंडी होती है और इससे ठंड लग सकती है।
- सिर्फ अमरूद ही नहीं उसके पत्ते से भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं। गर्भवती महिला को अमरूद के पत्ते की चाय या अमरूद के पत्ते से बनी किसी भी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि ऐसे में गर्भावस्था में परेशानी हो सकती है। न सिर्फ गर्भावस्था में बल्कि स्तनपान कराने के दौरान भी सेवन न करें।
- अमरूद के पत्ते के सेवन से खून की कमी यानी एनीमिया, सिरदर्द यहां तक कि किडनी की भी समस्या हो सकती है।
अगर अमरूद को ध्यान और सावधानी के साथ खाया जाए तो अमरूद के नुकसान से बचाव हो सकता है।
नोट :- अगर आपको जल्द किसी चीज से एलर्जी या पहले अमरूद से एलर्जी हुई हो, तो आप अमरूद का सेवन डॉक्टर से पूछकर ही करें।
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